Khamoshi Shayari : दोस्तों अक्सर देखा जाता है की जब हमें किसी को बेहद ज्यादा चाहते हैं उसे बेइंतहा प्यार करते हैं। तब अचानक समय कुछ ऐसी सिचुएशन हमारे सामने लेकर खड़ी कर देता है। जहां हमारा वो अपना खास शख्स हमसे दूर हो जाता है। और हम उसकी यादो में खामोश और बेबस हो जाते हैं। और बस उसके लौट आने की फरियादें मांगते रहते हैं।
अगर आपके साथ भी कुछ इस तरह का हुआ है। और आप अपने उस खोये हुआ प्यार के लिए Images for Khamoshi Shayari की तलाश में है। तो आपकी ये तलाश यहाँ खतम होती है। आप इन्हे पढ़िए और आगे भी साझा कीजिए।
Khamoshi shayari
मेरा चुपचाप रहना यह मेरी खामोशी है
मुझ पर क्या-क्या बीती इस बात की निशानी है..!!
ज्यादा अच्छा होना भी गुनाह होता है
पता ही नहीं चलता कि
लोग कदर कर रहे हैं या इस्तेमाल..!!
कबर और कदर में कोई फर्क नहीं
दोनों मरने के बाद ही मिलती है..!!
मेरी खामोशियां अब तुम्हें बताएगी
सच्ची मोहब्बत से खेलने
का अंजाम क्या होता है..!!
खामोशियां बहुत कुछ बोलती है
पर इन्हें कोई सुन पाए
ऐसा खास आज तक मिला नहीं..!!
खामोश लव्स दिल मौन है
भला इस दोगली दुनिया में अपना कौन है..!!
जब इंसान हर वक्त खामोश रहने लगता है
तब वह इंसान अपने रिश्तों से हरा हुआ होता है..!!
घाटे में खुशियां दुखों की शिरकत हो गई
यार तेरे नाम वालों से खामखा नफरत हो गई..!!
जिंदगी में तुम्हारा साथ है और कौन सा तोहफा बाकी है
तू बस हमेशा मुस्कुराती रहें मेरे लिए इतना ही काफी है..!!
तकलीफ कि सुरंग से जब जिंदगी गुजरती है
तो सबसे पहले अपनों का साथ
और हाथ छूट जाता है..!!
मौत का कोई OTP नहीं आता
इसलिए बात कर लिया करो
क्या पता तुम याद करो
और हम ना रहें इस दुनिया में..!!
Waqt khamoshi shayari
देखना तेरे प्यार में कुछ ऐसा कर जाएंगे हम
अगर तुम ना मिले तो सच में
मर जाएंगे हम..!!
जितनी मुझे सजा मिल रही है
मुझे नहीं लगता मैने
कभी इतने पाप किए होंगे..।।
मेरी खामोशी भी पनाह मांगती है
बया कर सकू खुद को
एक ऐसा जहां मांगती है..!!
दी हुई जुबान और काम आया इंसान
यह दो चीजें कभी भूलना मत..!!
दिल टूटने के बाद एक बात समझ आ गई
खामोश रहना बोलने से कहीं
ज्यादा बेहतर होता है..!!
दिल को छलनी खुशी का नाश
करती है यह खामोशी तो सीधा
दिल पर वार करती है..!!
हाल नहीं समझ आ रहा है खुद अपना
मैं किसी और को क्या समझाऊं
कि मुझे क्या हुआ है..!!
Khamoshi shayari in hindi
खुशी है चेहरे पर दिल में खामोशी भरी है
याद में तेरे यह आंखें हर पल रो पड़ी है..!!
हमारा चुप रहना भी किसी को खले
भगवान ने हमें इतना
किस्मत वाला नहीं बनाया..!!
सुबह की पहली पसंद रात की आखिरी तलब है
जनाब इस खामोशी की बात ही अलग है..!!
खामोशी ही अच्छी है वरना कुछ बातें
बाहर आ जाए तो मजाक बन जाता है
इंसान का भी और बातों का..!!
लौटकर फिर उस मोड़ को देखा हमने टूटकर
कोई छूट गया था हमारा यहां
एक रोज हमसे रूठकर..!!
लफ्जों को समझने वाले
बहुत हैं जनाब मगर
हमें तलाश उसकी है
जो हमारी खामोशियों को पढ़ सके..!!
बचपन में सोचते थे की बड़े होकर
गरीबों की मदद करेंगे और जब बड़े हुए
तो खुद गरीब और बेरोजगार हो गए..!!
Rishte khamoshi shayari
तुमसे बिछड़कर इस कदर टूटा हूं
कि अब किसी को भी
अपने दिल से जोड़ नहीं सकता..!!
तेरी झूठी मोहब्बत से अच्छा तो
किसी की सच्ची नफरत ही प्यारी है..!!
इस कदर अकेला पड़ गया हूं
जैसे गुनाहों का अवार्ड मुझे ही मिला हो..!!
कुछ तो है जो खाया जा रहा है
अंदर ही अंदर मुझको
यूं ही नहीं रो पड़ता हूं जरा सी बात पर..!!
आप इस्तेमाल हो रहे हो या पसंद किए जा रहे हो
इस बात का पता जरूर लगा देना..!!
हजारों मिलेंगे तुझे तेरे पास
पर उन हजारों में हम नहीं मिलेंगे..!!
काश ये मोहब्बत ना होती तो
आज सुकून में जिंदगी बिता रहे होते..!!
कुछ नहीं का मतलब बहुत कुछ होता है
बस कोई समझने वाले नहीं मिलते यार..!!
डिप्रेशन में रहकर खुश रहने का
दिखावा करना मजाक है क्या..!!
वक्त ने आखिर छीन ही लिया उसे मुझसे
हम वैसे नहीं रहे जैसे पहले थे..!!
किस्मत का तो नहीं कहूंगा जनाब
सबसे पहले तो उसने ही साथ नहीं दिया
वरना हम दोनों थे एक ही कास्ट के..!!
एक दिन तुझे भी एहसास होगा मेरी जान
कि वह अपना भी ना था लेकिन फिर भी
अपनों से ज्यादा खयाल रखता था..!!
दर्द वही देते हैं जो अपने होते हैं
पराए तो टक्कर लगने पे भी सॉरी बोल देते है..!!
खामोश लव्स दिल मेरा मौन है
जो कभी जान हुआ करते थे
वह पूछते हैं तु मेरा लगता कौन है..!!
रिश्ता तब बोझ बन जाता है
का एक निभाता है
और दूसरा सिर्फ सताता है..!!
आबाद तो नहीं पर यह दिल बर्बाद तो है
मैं कहता हूं
कोई बात नहीं पर बात तो है..!!
जमाना बड़ा जालिम है प्यारे
लोग शहद के नाम पर जहर खिला देते है..!!
खामोशी से जो कह दो, वो बात सच्ची होती है,
अल्फ़ाज़ के लिबास में, अक्सर झूठी होती है।
दिल तो करता है खामोश ही रहूँ,
पर दर्द है कि फिर भी बयां हो जाता है।
तेरी यादों में बीते ये दिन और रातें,
तेरे बिना सूनी लगती हैं सारी बातें।
दिल के टुकड़े समेटे हैं,
पर जुड़ने का नाम ही नहीं लेते।
वो गए इस तरह से हमारी ज़िंदगी से,
जैसे हम कभी उनके कुछ भी नहीं थे।
सपने बड़े हैं, हिम्मत उससे भी बड़ी,
2025 में हर रुकावट होगी छोटी पड़ी।
मंज़िल तक पहुंचना है तो खुद पर यकीन कर,
क्योंकि अब नामुमकिन कुछ नहीं, जोश को ज़रा तेज़ कर!
तुमसे क्या मिला मेरा खुदा नाराज है
की मैं अब तेरे सिवा उसे भी याद नहीं करता..!!
आंखें बोलने लगी मेरी जुबान खामोश है
अपनों ने दिया धोखा इसलिए दिल बेहोश है.!
तेरे संग हर ख़ुशी बीनी है
होके मलंग तेरे साथ जिंदगी जीनी है..!!
Final words on Khamoshi Shayari
आज की इस पोस्ट khamoshi shayari को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। आशा करता हु आपको आज की ये पोस्ट बेहद पसंद आयी होगी। इसी तरह की और भी शायरियों को पढ़ने के लिए रोजाना इस साइट पर विजिट कीजिए। धन्यवाद।